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आईटीआई विद्यार्थियों के लिये योजना
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान
एनआईओएस के बारे में
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) पूर्वत: राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय (रा.मु.वि.) की स्थापना राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 का अनुपालन करते हुए, मानव संसाधन विकास मंत्रालय (मा.सं.वि.मं), भारत सरकार द्वारा नवंबर, 1989 में की गई । एनआईओएस माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्तर पर सामान्य और शैक्षिक पाठ्यक्रमों के साथ साथ बहुत से व्यावसायिक, जीवन समृद्धि और शैक्षिक पाठ्यक्रम प्रदान करता है । एनआईओएस अपने मुक्त बेसिक शिक्षा कार्यक्रमों (ओबीई) द्वारा प्राथमिक स्तर के पाठ्यक्रम भी चलाता है । भारत सरकार ने एक राजपत्र अधिसूचना द्वारा एनआईओएस को पूर्व-स्नातक स्तर तक शैक्षिक, तकनीकी, व्यावसायिक के पाठ्यक्रमों के लिए पंजीकृत शिक्षार्थियों की परीक्षा लेने और उत्तीर्ण शिक्षार्थियों को प्रमाणपत्र प्रदान करने का अधिकार प्रदान किया है । भारतीय विश्वविद्यालय संघ ने पत्र सं. ईवी/11(354)/91/25 जुलाई, 1991 एनआईओएस के उच्च. माध्यामिक प्रमाणपत्र परीक्षा के समान जारी किया ।
विजन : व्यवहार्य और सम्मिलित शिक्षा के साथ गुणात्मक स्कूली शिक्षा और कौशल विकास करने के लिए सार्वभौमिक और सुविधापूर्ण अवसर
गुणवत्ता न नीति : “राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) में हम मुक्त, एवं दूरस्थ शिक्षा पद्धति (ओडीएल) द्वारा पूर्व-स्नातक स्तर तक सर्वोत्कृष्ट, चिरस्थायी, समावेशी और सुविधापूर्ण शिक्षा प्रदान करने तथा शिक्षार्थियों की संतुष्टि एवं हमारी गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली में निरंतर सुधार सुनिश्चित करने के लिए अपेक्षाओं के अनुपालन के लिए संकल्पबद्ध हैं।”
मिशन : (i) मुक्त और दूरस्थ शिक्षा प्रणाली द्वारा पूर्व-स्नातक स्तर तक प्रासंगिक, सतत और समन्वयात्मक शिक्षा । (ii)
विद्यालयी शिक्षा के सार्वभौमिकीकरण में योगदान देना । (iii)समता और सामाजिक न्याय के लिए प्राथमिकता प्राप्त लक्ष्य समूहों की शिक्षा संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करना ।